Wednesday, September 8, 2010

नई दिल्ली। स्पाट फिक्सिंग स्कैंडल से निराश भारत के सीनियर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि आईसीसी को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
तेंदुलकर ने कहा कि अगर यह प्रकरण सच साबित होता है, तो इससे खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा। तेंदुलकर ने कहा, आईसीसी को इंग्लैंड में जो हुआ उसकी गहन जांच करनी चाहिए और अगर कोई खिलाड़ी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए। अगर यह आरोप सही हैं तो निश्चित तौर पर खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा, मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं और यहां भारत में बैठकर इंग्लैंड में जो हो रहा है उस पर प्रतिक्रिया नहीं कर सकता। लेकिन निश्चित तौर पर यह मेरे लिए निराशाजनक है।
यह पूछने पर कि क्या उन्होंने कभी भारतीय खिलाडि़यों से सटोरियों के संपर्क करने के बारे में सुना है, तेंदुलकर ने कहा, नहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मेरे 21 बरस के दौरान मैंने कभी किसी भारतीय खिलाड़ी से सटोरिये के संपर्क करने के बारे में नहीं सुना। तेंदुलकर ने कहा कि दो दशक के करियर में क्रिकेट का स्वरूप काफी बदल गया है, खासकर टी-20 क्रिकेट के उद्भव के बाद। उन्होंने कहा, खिलाड़ी अब अधिक आक्रामक हो गए हैं। टी-20 क्रिकेट के आने से कई नए

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