Tuesday, August 31, 2010

MAHENDER SINGH DHONI


भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी की आज जारी एक दिवसीय रैंकिंग में नंबर वन का सिंहासन गंवा दिया लेकिन सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आठ पायदान चढकर शीर्ष दस में लौट आये ।भारत त्रिकोणीय एक दिवसीय श्रृंखला के फाइनल में श्रीलंका से हारने के बावजूद टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर बना हुआ है ।श्रृंखला से पहले छठे स्थान पर काबिज श्रीलंका तीसरे स्थान पर आ गया है । दक्षिण अफ्रीका चौथे स्थान पर है । न्यूजीलैंड छठे स्थान पर खिसक गया है । आस्ट्रेलिया शीर्ष पर और इंग्लैंड पांचवें स्थान पर है ।व्यक्तिगत रैंकिंग में तिलकरत्ने दिलशान शीर्ष पांच में लौट आये हैं । वह दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला के साथ चौथे स्थान पर हैं । दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स अब धोनी की जगह शीर्ष पर काबिज हो गए हैं ।श्रीलंका में 67 की औसत से 268 रन बनाकर मैन आफ द सीरिज रहे सहवाग आठ पायदान चढकर आठवें स्थान पर पहुंच गए हैं । त्रिकोणीय श्रृंखला नहीं खेलने वाले सचिन तेंदुलकर चार पायदान गिरकर दसवें स्थान पर हैं ।गेंदबाजों में भारत के प्रवीण कुमार पांच पायदान चढकर पहली बार टाप टेन में पहुंचे हैं । वह पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी के साथ दसवें स्थान पर हैं ।

वेल्थ खेल सबसे पहला राष्ट्रमंडल खेल 1930 में हेमिल्टन कनाडा में हुआ था जिसमे ११ देश शामिल हुए थे । इनमे ४०० एथलीटो ने ६ स्पोर्ट्स तथा ५९ इवेंट्स में भाग लिया था । १८ वी कोमनवेल्थ खेल २००६ में मेलबोर्न में हुए थे । १९ वी कोमनवेल्थ खेल आयोजित करने का अवसर हमारे देश को प्राप्त हुआ है । जो हमारी राजधानी नई दिल्ही में ३ अक्तूबर से १४ अक्तूबर तक आयोजित किये जायेगे । कोमनवेल्थ गेम को सफल आयोजित करने के लिए "कोमनवेल्थ गाँव "नेशनल हाइवे पर अक्षरधाम मंदिर के पास इमर एम् जी ऍफ़ लेण्ड प्राइवेट द्वारा बनाया गया है ।

Friday, August 20, 2010

rohtash: vishay

rohtash: vishay: "'मेरा नाम रोहताश कुमार ह म ऍम ए जर्न्लिग्म व् मास कमुनिकतिओन का छात्र हु"आज मेरा यूनिवेर्सिटी का पहला दिन था आज में आपने सभी दोस्तों से मिला

Tuesday, August 17, 2010

cloning

 एक अमरीकी महिला अपने पालतू कुत्ते 'बूगर' का क्लोन तैयार करवाना चाहती हैं. वह बुलडॉग की प्रजाति का पिटबुल टेरियर कुत्ता था जो अब मर चुका है. आरएनएल बायो इस महिला से क्लोन तैयार करने के लिए डेढ़ लाख डॉलर (साठ लाख रुपए) ले रही है.क्लोन तैयार करने के लिए 'बूगर' के कानों के उत्तकों का उपयोग किया जा रहा है जिसे उसके मरने से पहले निकाला गया था. क्लोनिंग का यह कार्य सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी की एक टीम करेगी, जहाँ कुत्ते का पहला क्लोन वर्ष 2005 में तैयार किया गया था.आरएनएल बायो का कहना है कि यह पहला अवसर होगा जब कि व्यावसायिक रुप से कुत्ते का क्लोन तैयार किया जाएगा.

कलेनिग

क्लोनिंग किसी भी जीव की हुबहू नकल होती है इस परकिर्या में एक जीव जैसा दूसरा जीव उत्पन किया जा सकता है जो की अनुवांशिक सामान होता है

clonning

Cloning in stem cell research


Main article: Somatic cell nuclear transfer

Somatic cell nuclear transfer, known as SCNT, can also be used to create embryos for research or therapeutic purposes. The most likely purpose for this is to produce embryos for use in stem cell research. This process is also called "research cloning" or "therapeutic cloning." The goal is not to create cloned human beings (called "reproductive cloning"), but rather to harvest stem cells that can be used to study human development and to potentially treat disease. While a clonal human blastocyst has been created, stem cell lines are yet to be isolated from a clonal source.[3]

Wednesday, August 11, 2010

PTI

Press Trust of India (PTI) is India’s premier news agency, having a reach as vast as the Indian Railways. It employs more than 400 journalists and 500 stringers to cover almost every district and small town in India. Collectively, they put out more than 2,000 stories and 200 photographs a day to feed the expansive appetite of the diverse subscribers, who include the mainstream media, the specialised presses, research groups, companies, and government and non-governmental organisations.

Tuesday, August 10, 2010

महिलाओ ने गो सेवा करने की ठानी

सिरसा    [रोहताश ] सावन माह की तीज त्योहार के आगमन को लेकर जहा महिलाओ में भजन करने व्  झूला झूलने की परम्परा रही है वही भट्टू कला की महिला मंडल से जुड़ी महिलाओ ने इसके साथ -साथ गो सेवा करने की भी ठानी है इन महिलाओ ने आज  गोसाला परागण में पहुच कर गूउएओ के लिए चारा                                                                                                                                             

Tuesday, August 3, 2010

आज का यूवा

आज के युग में हम देखते हे की लोग दिन प्रतिदिन नशे के आदी होते जा रहे ख़ास कर युवा पीडी इस दलदल में दिन पर्तिदिन धंसती ही जा रही हे सुरुआत में तो ये लोग एक शौंक के रूप में नशा करते हे और धीरे धीरे वो नशे के आदि हो जाते हे अगर इनको नशा करने के लिए पैसे न मिले तो पैसो के लिए ये लोग अपराध का सहारा लेते हे जैसे जेब काटना, चोरी ,हत्या ,ठगी,बेईमानी ,महिलाओ से लूटपाट आदि वारदातों को अंजाम  देते है                                                                                                                                                                         इसका मुख्य कारण बेरोजगारी ,शिक्षा का आभाव ,मार्गदर्सन का आभाव आदि बहुत सारे कारण है यूवाओ को इस दलदल से निकालने के लिए सरकार को कई विषेस कदम उठाने चाहिए जेसे शिक्षा को रोजगारमुखी बनाना ,तकनीकी शिक्षा को बढावा देना ,देश के हर बच्चे को शिक्षा का अवसर                                                                             

vishay

"मेरा नाम रोहताश कुमार ह म ऍम ए जर्न्लिग्म व् मास कमुनिकतिओन का छात्र हु